
ज्योतिष अनुसार नवरात्रि व्रत नियम | Navratri Fasting Rules Based on Astrology
2025-09-20
नवरात्रि 2025 व्रत नियम
राशि और ज्योतिष अनुसार उपवास की सम्पूर्ण गाइड
नवरात्रि और ज्योतिष का सम्बन्ध
नवरात्रि केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि एक अत्यंत शक्तिशाली ज्योतिषीय अवसर भी होता है। इस 9 दिवसीय साधना काल में हम ग्रहों के प्रभाव को नियंत्रित कर सकते हैं – सही मंत्र, व्रत और दान से। नवरात्रि के समय चंद्रमा, मंगल और राहु-केतु जैसे ग्रह अत्यधिक सक्रिय रहते हैं। इन नौ दिनों में की गई साधना, जाप और दान कुंडली के दोषों को शांत कर सकते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि ला सकते हैं।
राशि अनुसार नवरात्रि व्रत नियम
अपनी राशि के अनुसार व्रत के नियम जानें
ग्रहों के दोष शांत करने के उपाय
ग्रह दोषों को शांत करने के विशेष उपाय
कौनसे फल खाएं और क्या परहेज करें
व्रत के दौरान आहार संबंधी जानकारी
कौनसा मंत्र किस राशि के लिए शुभ है
राशि अनुसार मंत्रों का विशेष ज्ञान
राशि अनुसार नवरात्रि व्रत नियम
♈ मेष राशि (Aries)
- उपवास नियम: तामसिक भोजन का त्याग करें, लाल फल खाएं।
- मंत्र: "ॐ दुं दुर्गायै नमः" – 108 बार।
- लाभ: क्रोध नियंत्रित, नौकरी में सफलता।
♉ वृषभ राशि (Taurus)
- उपवास नियम: दूध, सफेद मिठाई और मखाने खाएं।
- मंत्र: "ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः"
- लाभ: आर्थिक स्थिरता, वैवाहिक सुख।
♊ मिथुन राशि (Gemini)
- उपवास नियम: हरे फल, तुलसी जल का सेवन करें।
- मंत्र: "ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः"
- लाभ: शिक्षा और बुद्धि में वृद्धि।
♋ कर्क राशि (Cancer)
- उपवास नियम: दूध और मिश्री का सेवन करें, चावल से परहेज।
- मंत्र: "ॐ चंद्राय नमः"
- लाभ: मानसिक शांति और पारिवारिक सुख।
♌ सिंह राशि (Leo)
- उपवास नियम: नारियल पानी और फल का सेवन करें।
- मंत्र: "ॐ ह्रीं सूर्याय नमः"
- लाभ: नेतृत्व क्षमता में वृद्धि।
♍ कन्या राशि (Virgo)
- उपवास नियम: नींबू जल, तुलसी और फल का सेवन।
- मंत्र: "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय"
- लाभ: निर्णय क्षमता और ध्यान शक्ति बढ़ेगी।
♎ तुला राशि (Libra)
- उपवास नियम: गुलाब जल या पान का सेवन शुभ।
- मंत्र: "ॐ क्लीं कामदेवाय नमः"
- लाभ: रिश्तों में मधुरता।
♏ वृश्चिक राशि (Scorpio)
- उपवास नियम: लाल फल जैसे अनार खाएं।
- मंत्र: "ॐ काली कपालिन्यै नमः"
- लाभ: आत्मबल और गुप्त शत्रु से रक्षा।
♐ धनु राशि (Sagittarius)
- उपवास नियम: पीले फल और केले खाएं।
- मंत्र: "ॐ बृं बृहस्पतये नमः"
- लाभ: भाग्यवृद्धि और गुरुदोष से मुक्ति।
♑ मकर राशि (Capricorn)
- उपवास नियम: काले तिल का दान, सरसों तेल का दीपक।
- मंत्र: "ॐ शं शनैश्चराय नमः"
- लाभ: शनि दोष से राहत।
♒ कुंभ राशि (Aquarius)
- उपवास नियम: नीम स्नान और सरसों दीपक जलाएं।
- मंत्र: "ॐ कालरात्र्यै नमः"
- लाभ: रोग और भय से सुरक्षा।
♓ मीन राशि (Pisces)
- उपवास नियम: केसरयुक्त दूध और हल्दी का सेवन करें।
- मंत्र: "ॐ नारायणाय नमः"
- लाभ: आध्यात्मिक जागृति।
नवरात्रि व्रत के सामान्य नियम
- सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें।
- माँ दुर्गा को पुष्प, धूप, दीप अर्पित करें।
- अष्टमी/नवमी को कन्या पूजन अवश्य करें।
- दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
- सात्विक भोजन करें; लहसुन-प्याज, मांस-मदिरा से दूर रहें।
निष्कर्ष
नवरात्रि एक अलौकिक समय है जिसमें सही नियमों, मंत्रों और आहार से हम अपने जीवन के ग्रह दोषों को शांत कर सकते हैं। अगर आप अपनी कुंडली के अनुसार सही उपाय करें, तो नवरात्रि आपकी जीवन की दिशा बदल सकती है।